Sattu ke fayde aur nuksan(सत्तू के फायदे और नुकसान )
सत्तू क्या होता है? – Sattu kya hota hai
तो आखिर सत्तू क्या है? सत्तू, दरअसल चने का आटा है जिसे सफेद वाले काबुली चना या फिर लाल चने को भूनकर बनाया जाता है। बिहार, झारखंड और बंगाल जैसे प्रदेशों में लोहे की कढ़ाही में बालू डालकर उसमें चने को भूना जाता है और उसके बाद उसे छान लिया जाता है ताकि बालू अलग हो जाए और फिर इस भूने हुए चने को पीस लिया जाता है और बस हो गया आपका सत्तू तैयार।
सत्तू के फायदे (Sattu ke fayde)
डायबिटीज में फायदेमंद-
वजन घटाने में मददगार-
अगर आपका वजन अधिक है, तो आप रोज सुबह खाली पेट सत्तू का पानी पी सकते हैं। सत्तू में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, इससे आपको वजन घटाने में मदद मिल सकती है।
पाचन में सहायक-
यह अच्छे पाचन को बढ़ावा देता है क्योंकि इसमें फाइबर, आयरन और नमक होता है जो पेट से संबंधित सभी समस्याओं को दूर करता है और इसे साफ रखता है। आपको खाली पेट एक गिलास सत्तू पीना चाहिए।
गर्मी में लू से बचाव-
सत्तू गर्मी के मौसम के लिए परफेक्ट है। सत्तू की तासीर ठंडी होती है और इसलिए यह गर्मी के मौसम में शरीर को अंदर से ठंडा रखता है और लू लगने से भी बचाता है। गर्मी के मौसम में तेज धूप की वजह से अगर थकान महसूस हो रही हो तो उसमें भी थकान दूर कर एनर्जी देने में आपकी मदद कर सकता है।
भूख बढ़ाने में सहायक-
सत्तू में पोषक तत्व जैसे पोटेशियम और मैग्नीशियम होते हैं, जो खाली पेट सेवन करने पर भूख को बढ़ाता है। इसीलिए नाश्ते से पहले सत्तू पीने से शरीर को पर्याप्त जरूरी पोषक तत्व और मिनरल मिलते हैं।
सभी उम्र के लोगों के लिए फायदेमंद-
यह इंसान के शरीर को पोषण देने का काम करता है और इसलिए यह बढ़ते बच्चों, गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों के लिए भी फायदेमंद है। सत्तू को बनाना, खाना और पचाना बेहद आसान होता है इसलिए इसे अपनी डायट में शामिल करने पर शरीर को पोषण की अच्छी मात्रा मिल जाती है।
सत्तू के नुकसान (Sattu ke nuksan)-
- सत्तू वैसे तो बहुत फायदेमंद होता है लेकिन इसके अधिक सेवन से गैस की समस्या हो सकती है |
- जिन्हें किडनी की समस्या या पथरी हो उन्हें सत्तू का सेवन नहीं करना चाहिए|
- जिन लोगों में चने से एलर्जी या चने या चने से बनी कोई भी चीज़ पचाने में परेशानी होती है उन्हें सत्तू नहीं खाना चाहिए|
- ठंडी तासीर वाले लोगों को सत्तू का सेवन उचित मात्रामें करना चाहिए|
सत्तू खाने या पीने का सही समय – Sattu khane ka time
यह खाने में न सिर्फ स्वादिष्ट होता है बल्कि सेहत के लिए भी कई तरह से फायदेमंद है और इसे खाने या पीने से कई तरह की बीमारियां भी दूर रहती हैं। वैसे तो सत्तू एक कंप्लीट डायट है इसलिए इसे सुबह के नाश्ते में, दोपहर के खाने में रात के डिनर में कभी भी खाया जा सकता है।लेकिन सुबह के समय खाली पेट सत्तू खाना ज्यादा फायदेमंद माना जाता है।
तो दोस्तो अब आप जान ही गए होंगे कि सत्तू खाने से क्या क्या फायदे हो सकते हैं। ऐसी ही स्वास्थ्य से संबंधी अन्य जानकारी के लिए हमारे साथ बने रहिए। अपना और अपनों का ख्याल रखिए स्वास्थ्य रहिए मस्त रहिए नमस्कार।